एन्क्रिप्शन क्या है
अगर आप एक स्मार्टफोन यूज़र हैं, तो आपने एन्क्रिप्शन (Encryption) और डिक्रिप्शन (Decryption) शब्द जरूर सुना होगा. इंटरनेट (internet) की दुनिया में एन्क्रिप्शन (Encryption) और डिक्रिप्शन (Decryption) शब्द बहुत ही पॉपुलर हैं. Internet ऐसा जाल हैं जहा कुछ भी सेफ (secure) नही है. इसलिए डाटा (जानकारी) को सेफ रखने के लिए एन्क्रिप्शन (Encryption) का उपयोग (use) किया जाता हैं. अगर आपको ये नहींं पता की एन्क्रिप्शन (Encryption) क्या हैं? (What is encryption in hindi) और एन्क्रिप्शन (Encryption) काम कैसे करता हैं. तथा Encryption को उपयोग (use) करने के क्या क्या फायदे एवं encryption के नुकसान के क्या क्या हैं? इन सभी प्रश्नों का जवाब इस पोस्ट (आर्टिकल) में मिलेंगे.
अवश्य पढ़े - डिक्रिप्शन (Decryption) क्या है.
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अगर आपकी डाटा बहुत सेंसेटिव और इंपोर्टेंट हैं और आप चाहते है की आपकी डाटा हैक न हो और इसका गलत इसका गलत उपयोग (इस्तेमाल) न हो तो इसके लिए आप अपने डाटा को एंक्रिप्ट (encrypt) कर सकते हैं.
एन्क्रिप्शन (Encryption) क्या हैं?
एंक्रिप्ट या encryption ऐसी प्रोसेस हैं जिसमें आपके डाटा को एक ऐसी फॉर्म में बदल दिया जाता हैं जिसे पढ़ना या समझना किसी भी आम इंसान के लिए बहुत मुश्किल होता हैं.
यहा तक की हैकर भी आपके डाटा को रीड (Read) और एक्सेस (access) नहीं कर सकते. जैसे ही आप अपने डाटा को encrypt कर देते हैं, आपका डाटा सेक्यूर (secure/सुरक्षित) हो जाता हैं. इसी क्रिया (प्रोसेस ) को encryption कहते हैं.
अवश्य पढ़े - एंड टू एंड एंक्रिप्सन (E2EE) क्या हैं?
एन्क्रिप्शन कैसे काम करता हैं?
एन्क्रिप्शन (Encryption) के कार्य.
आज के इस डिजिटल युग में हम सभी किसी न किसी प्रकार की एलेक्ट्रॉनिक device जैसे मोबाईल लैपटॉप, या कंप्यूटर का इस्तेमाल करते हैं. जिसमें हमारे कई सारे डाटा सेव होते हैं. इन सबके अलावा हम रोज इंटरनेट से कनेक्ट होकर कई सारे सेंसटिव इंफोर्मेशन (Sensative Information) उदाहरण के लिए क्रेडिट कार्ड या डेबिट कार्ड, अपनी व्यक्तिगत जानकारी (पर्सनल इंफोर्मेशन) का इस्तेमाल हम ऑनलाइन शॉपिंग, और बहुत से प्लेटफॉर्म पर करते हैं.
इन सब प्लेटफॉर्म में encryption हमारे डाटा को सुरक्षित (secure) रखने का कार्य करते हैं.
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