डेटा का दुरुपयोग आखिर किस तरह हो सकता है

डेटा का दुरुपयोग आखिर  किस तरह हो सकता है

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इसका खतरा तीन तरह से है-एक तो चोरी, दूसरे अवैध

तरीके से साझा किया जाना या फिर कागजी और डिजिटल

सिस्टम के बीच खामी का फायदा उठाया जा सकता है

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🔹पिंक Whatsapp क्या है? 

🔹व्हाट्सएप वेब क्या है?

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» रेकॉर्ड चुराकर उसे पकड़ पाना मुश्किल है.

गैरकानूनी ढंग से बेचे जाने ब्लॉकचैन आधारित ट्रांजैक्शन को डेटा की चोरी कहेंगे. इस लेजर इसे रोकने का एक तरह की चोरी से सुरक्षा के उपाय है, जहां जमा-निकासी लिए डेटा को अलग-अलग की हर गतिविधि दर्ज की जगहों पर, वह भी कई जाती है और वहां कोई झोल हिस्सों में करके स्टोर किया दिखते ही गड़बड़ पकड़ी जा जाना चाहिए और जरूरत सकती है. लेकिन ब्लॉकचैन पड़ने पर ही उन्हें एक जगह वहीं कारगर है जहां सब कुछ पर लाया जाए. इससे डिजिटलीकृत हो. कोई भी वह खोएगा भी नहीं और दागी कर्मचारी किसी दवा सुरक्षित भी रहेगा. प्रतिद्वंद्वी कंपनी या रिसर्च एजेंसी को सर्विस प्रोवाइडर या देश डेटा बेच सकता है. या फिर कोई एजेंट इसकी हैकिंग भी कर सकता है.

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Data security
डेटा का दुरुपयोग आखिर  किस तरह हो सकता है

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:- इन्हे भी पढे़ :-

🔹पिंक Whatsapp क्या है? 

🔹व्हाट्सएप वेब क्या है?

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» डेटा तक पहुंच रखने वालों के इसका दुरुपयोग करने पर अवैध डेटा शेयरिंग की स्थिति बनती है. इसे पकड़ पाना मुश्किल है. ब्लॉकचैन आधारित ट्रांजैक्शन लेजर इसे रोकने का एक उपाय है, जहां जमा-निकासी की हर गतिविधि दर्ज की जाती है और वहां कोई झोल दिखते ही गड़बड़ पकड़ी जा सकती है. लेकिन ब्लॉकचैन वहीं कारगर है जहां सब कुछ डिजिटलीकृत हो. कोई भी दागी कर्मचारी किसी दवा कंपनी या रिसर्च एजेंसी को डेटा बेच सकता है।

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Data security
डेटा का दुरुपयोग आखिर किस तरह हो सकता है

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» तीसरी चुनौती कागजी रेकॉर्ड और डिजिटल सिस्टम के आदान-प्रदान में खड़ी होती है. इसमें संभावित ट्रैकिंग गैप का फायदा उठाया जा सकता हैै।


Coco taxi

COCO TAXI (क्यूबा) 

|| Technical News || हवाना और वराडेरो की गलियों में घूमती पीली और काले रंग की कोको टैक्सी अपने नाम की तरह अनोखी है। इनमें पीली टैक्सी पर्यटकों के लिए और काली वहां रहने वाले लोगों के लिए है। कोकोनेट के बाहरी खोल के आकार से मेल खाने के कारण ही इसे 'कोको टैक्सी' नाम दिया गया। इसमें केवल दो लोगों के बैठने की सीटें  होती हैं ।

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Coco taxi, koko taxi
कोको टैक्सी
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क्यूबा मे नारियल टैक्सी का उपयोग 1990 के दशक के अंत में हवाना में शुरू हुआ। यह शुरू में पर्यटकों के परिवहन के एक अन्य तरीके के रूप में सोचा गया था। कोको टैक्सी मुख्य रूप से हवाना , वरदेरो और त्रिनिदाद शहरों में पाए जाते हैं । वे आम तौर पर दो-तीन यात्रियों को बाल्टी-शैली वाली सीटों पर ले जाते हैं जो एक चालक के पीछे होती हैं। फ्रेम तीन पहियों पर बैठता है, जिसमें फाइबर ग्लास बॉडी और टू-स्ट्रोक इंजन है।

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coco taxi,koko taxi
COCO TAXI (क्यूबा) 
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वाहन का नाम कैसे पड़ा
वाहन का नाम कोको शब्द से आया है , जिसका अर्थ है नारियल शरीर का खोल पीला होता है और आमतौर पर गोल होता है, जो इसे आधे नारियल का रूप देता है। वे आमतौर पर नियमित टैक्सियों से कम खर्च करते हैं।

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Coco taxi,koko taxi
Coco taxi (क्यूबा) 
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Safety Warnings
ब्रिटेन सरकार की वेबसाइट में कहा गया है "पर्यटकों को शामिल करने वाली गंभीर दुर्घटनाओं के मद्देनजर, आपको कनाडा के आसपास की यात्रा के लिए मोपेड या थ्री-व्हील कोको-टैक्सी का उपयोग नहीं करना चाहिए" जबकि कनाडा की सरकार कहती है "पीला, तीन-पहियों वाला कोकोओसिस असुरक्षित हैं। आपको उनसे बचना चाहिए।

Facebook account kaise delete kare

 Facebook Account Delete Kaise kare

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||Technical News||

फेसबूक एकाउंट पार्मानेंटली डिलीट करने तथा फेसबूक से अपने डेटा डाउन लोड करने की प्रोसेस

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-: इन्हे भी पढ़े :-

 (1). पिंक Whatsapp क्या है? 

(2). व्हाट्सएप वेब क्या है?__________________________________________


Facebook account delete
Facebook account delete technical news

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फेसबूक अकाउंट से डेटा सेव करने की प्रॉसेस

1. सबसे पहले अपने फेसबूक अकाउंट में लॉगइन करें और अकाउंट सेटिंग्स में जाएं।
2. अब जनरल अकाउंट सेटिंग में स्क्रॉल करके बॉटम बटन पर क्लिक करके डाउनलोड लिंक कॉपी करें।
3. अब नेक्स्ट स्क्रीन पर स्टार्ट माय अर्काइव को सिलेक्ट करें। डाउनलोड के लिए तैयार होने पर आपको एक ईमेल मिलेगा।
4. आपको फेसबूक टाइटल वाला ईमेल मिलेगा। यहां आपको एक डाउलोडिंग लिंक होगी, उस पर क्लिक करें
5. आप डाउनलोड की गई फाइल को सिस्टम में सेव कर सकते हैं। ये जिप फॉर्मेट में सेव होगी।


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-: इन्हे भी पढ़े :-

 (1). फेसबुक फ्रेंड रिक्वेस्ट से कैसे बचें?

(2). Google lens क्या हैं?

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Fb account delete
FB Account Delete

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फेसबूक अकाउंट डिलीट करने की प्रॉसेस

1. फेसबूक अकाउंट में लॉगइन करके टॉप राइट पर क्लिक करें।
2. अब सेटिंग एंड प्राइवेसी में जाकर, सेटिंग्स पर क्लिक करें।
3. अब लेफ्ट कॉलम में फेसबूक इन्फॉर्मेशन पर क्लिक करें।
4. अब डिएक्टिवेशन एंड डिलिशन पर क्लिक करें।
5. अब पर्मानेंटली डिलीट अकाउंट को सिलेक्ट करके अकाउंट डिलिशन को कंटीन्यू करें।
6. डिलीट अकाउंट पर क्लिक करें और अपना पासवर्ड डालकर कंटीन्यू करें।

फेसबूक एकाउंट डिलीट करने के बाद निम्न बातें ध्यान मे रखे :-

अब आपका एकाउंट 14-30 दिनों के अंदर पार्मानेंटली डिलीट हो जायेगा ।

इस बीच  (14-30)  अगर आपने फेसबूक एकाउंट मे लॉगिन किया तो आपका फेसबूक एकाउंट डिलीट नही होगा ।

आपको अपने फेसबूक एकाउंट के डिलीट होने तक अपने फेसबूक एकाउंट मे लॉगिन नही करना हैं तब आपका फेसबूक एकाउंट पर्मानेंटली डिलीट होगा नही तो नही होगा ।


🙏-: धन्यवाद :-🙏

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-: हमारे महत्वपूर्ण पोस्ट :-

(2). व्हाट्सएप वेब क्या है?

 (1). फेसबुक फ्रेंड रिक्वेस्ट से कैसे बचें?

(2). Google lens क्या हैं?


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Sindhu Netra Satelite

DRDO Launch

Sindhu Netra Satelite

हाल ही में DRDO के 'सिंधु नेत्र सर्विलांस Satelite को सफलतापूर्वक लॉन्च किया गया। आइए जानें इस Satelite के बारे में विस्तार से-

Summary -

सिंधु नेत्रा उपग्रह डीआरडीओ के युवा वैज्ञानिकों द्वारा विकसित किया गया है और आईओआर में सक्रिय युद्धपोतों और व्यापारिक जहाजों की स्वचालित रूप से पहचान करने में सक्षम है। उपग्रह ने भी ग्राउंड सिस्टम के साथ संचार करना शुरू कर दिया है ..

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Sindhu Netra Satelite

इंडियन स्पेस रिसर्च ऑर्गेनाइजेशन (ISRO)ने 28 फरवरी 2021 को हिंद महासागर एरिया में सैन्य और मर्चेट नेवी के जहाजों की एक्टिविटी पर नजर रखने के लिए डीआरडीओ (DRDO) द्वारा विकसित एक उपग्रह 'सिंधु नेत्र' लॉन्च किया। इस Satelite के स्थापित होने से हिंद महासागर क्षेत्र में सैन्य युद्धपोत और मर्चेट शिपिंग दोनों की गतिविधियों की निगरानी के साथ ही देश की सुरक्षा निगरानी क्षमताओं को मदद मिलेगी।

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Sindhu Netra Satelite

Satelite को इसरो के पीएसएलवी (ध्रुवीय उपग्रह प्रक्षेपण यान)-सी 51 (PSLV C51) का उपयोग करके लॉन्च किया गया है।

हिमालय से समुद्र तक रहेगी 'सिंधु नेत्र' की नजर, चीन-PAK की हर चाल होगी बेअसर

DRDO का Sindhu Netra Satelite भारतीय समुद्री क्षेत्र में आने वाले हर तरह के मालवाहक, युद्धपोत, व्यापारिक जहाजों को अपने आप पहचान लेगा ।

Sindhu Netra Satelite  को लेकर DRDO  ने कहा कि फिलहाल तो इससे भारतीय समुद्री क्षेत्र की निगरानी की जाएगी, लेकिन जरूरत पड़े तो इसे हम दक्षिण चीन सागर, एडेन की खाड़ी और अफ्रीकी तटों तक की भी निगरानी कर सकते हैं।

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Sindhu Netra Satelite

28 फरवरी 2021 को इसरो ने PSLV-C51 Rocket🚀 से ब्राज़ील के Amazonia-1 सैटेलाइट के साथ 18 अन्य Satelites भी अंतरिक्ष में भेजे हैं. इस लॉन्च की सबसे बड़ी यह है  खासियत यह है कि इस साल की ये पहली सफल लॉन्चिंग है। लॉन्च पैड एक से ये 39वीं सफल लॉन्चिंग है। स्पेस सेंटर से 78वीं लॉन्चिंग है. ये PSLV Rocket  की 53वीं सफल उड़ान है। ISRO ने इस लॉन्चिंग के साथ अब तक 34 देशों के 342 सैटेलाइट्स अंतरिक्ष में स्थापित किया है।

Amazonia-1 Satelite ब्राजील का पहला ऑप्टिकल अर्थ ऑब्जरवेशन सैटेलाइट है. ये Amazon के जंगलों में कम हो रहे पेड़ों और अन्य बदलावों को मॉनिटर करेगा ।Amazonia-1  Satelite PSLV-C51Rocket🚀 का मुख्य उपग्रह है ।

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ISRO - India

PSLV-C51Rocket🚀 में 18 अन्य Satelites भी लॉन्च किए गए हैं ।जिनमें से चार सैटेलाइट IN-SPACe हैं।इनमें से तीन  UNITYsats  तीन शैक्षणिक संस्थानों के सैटेलाइट है।

चौथी Satelite का नाम है सतीश धवन Satelite (SD SAT)इसके अलावा 14 Satelite NSILके हैं. NSIL का यह पहला कॉमर्शियल लॉन्च है. _

पी.एस.एल.वी.-सी51 के ऑनबोर्ड ले जाए गए 18 सह-यात्री उपग्रहों में 4 इन-स्‍पेस से तथा 14 एनसिल से शामिल हैं। इन-स्‍पेस के 4 उपग्रहों में से तीन को युनिटीसैट ने डिजाइन किया तथा उन्‍हें जेप्पियार प्रौद्योगिकी संस्‍थान, श्रीपेरुमबुदूर, जी.एच. रायसोनी अभियांत्रिकी महाविद्यालय, नागपुर तथा श्री शक्ति अभियांत्रिकी एवं प्रौद्योगिकी संस्‍थान, कोयम्‍बटूर के द्वारा संयुक्‍त रूप से विकसित किया गया तथा शेष एक सतीश धवन सैट (एस.डी.सैट) स्‍पेस किड्ज इंडिया द्वारा तैयार किया गया। एनसिल द्वारा भेजे गए चौदह उपग्रह वाणिज्यिक उपग्रह थे, जिनमें भारत से (1) एवं यू.एस.ए. से (13) उपग्रह हैं।

पी.एस.एल.वी.-51, पी.एस.एल.वी. की 53वीं उड़ान तथा ‘डी.एल.’ संरूपण (2 स्‍ट्रैप-ऑन मोटरों क साथ) में पी.एस.एल.वी. की तीसरी उड़ान है। यह एस.डी.एस.सी. शार, श्रीहरिकोटा से 78वां प्रमोचक रॉकेट मिशन था।

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भगवत गीता को भी अंतरिक्ष में भेजा

सतीश धवन सैट के अग्रिम हिस्से पर पीएम मोदी की तस्वीर उकेरी गई है और इससे डिजिटल भगवत गीता को भी अंतरिक्ष में भेजा गया है। स्पेस किड्ज इंडिया ने कहा, सैटेलाइट में सिक्योर्ड डिजिटल कार्ड फॉर्मेट में भगवत गीता को रखा गया है। पीएम मोदी के आत्मनिर्भर भारत अभियान और अंतरिक्ष क्षेत्र के निजीकरण के प्रति एकजुटता और सम्मान दर्शाने के लिए इसके ऊपरी हिस्से पर उनकी तस्वीर बनाई गई है।

महत्वपूर्ण बिन्दु :-

मानव के 50 वर्षों के अंतरिक्ष इतिहास में पृथ्वी की कक्षा के चारों तरफ घूमने वाली कचरे की एक खतरनाक पट्टी बन गई है।

वर्तमान में ISRO के भूस्थैतिक कक्षा (36,000 किमी.) में 15 कार्यात्मक भारतीय संचार उपग्रह हैं; निम्न भू कक्षा (2,000 किमी.) में 13 रिमोट सेंसिंग उपग्रह तथा पृथ्वी की मध्यम कक्षा में आठ नेविगेशन उपग्रह स्थापित हैं। अंतरिक्ष में लगभग 17,000 मानव निर्मित वस्तुएँ मॉनीटर की जाती हैं जिनमें से 7% वस्तुएँ क्रियाशील हैं।

                                एक समयावधि के बाद ये वस्तुएँ अक्रियाशील हो जाती हैं और अंतरिक्ष में घूर्णन करने के दौरान एक-दूसरे से टकराती रहती हैं। प्रत्येक वर्ष इन वस्तुओं के टकराने से लगभग 250 विस्फोट होते हैं जिसके फलस्वरूप मलबों (Debris) के छोटे-छोटे टुकड़े अत्यंत तीव्र गति से घूर्णन करते रहते हैं।

अंतरिक्ष में उपस्थित निष्क्रिय उपग्रहों और रॉकेट के मलबे पृथ्वी की कक्षा में कई वर्षों तक विद्यमान रहते हैं और ये मलबे किसी सक्रिय उपग्रहों को क्षति पहुँचा सकते हैं।

लगभग 400 करोड़ रुपए की लागत वाली यह परियोजना, अन्य अंतरिक्ष शक्तियों वाले देशों की तरह भारत की अंतरिक्ष स्थितिजन्य जागरूकता (Space Situational Awareness) क्षमता को बढ़ाएगी।

 इसका उपयोग मलबे से भारतीय उपग्रहों को होने वाले खतरों का अनुमान लगाने के साथ-साथ देश को मिसाइल या अंतरिक्ष हमले के खिलाफ एक चेतावनी देने के रूप में भी किया जा सकेगा।

इसकी स्थापना पहले पृथ्वी की निचली कक्षा (Low Earth Orbit) में की जाएगी जिसमें रिमोट सेंसिंग स्पेसक्राफ्ट (Remote Sensing Spacecraft) भी शामिल होगा

whatsapp web ko mobile se kaise connect karen

 Whatsapp web

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(नोट :- इमेज को पूर्ण आकार में देखने के लिए इमेज पर क्लिक करे इमेज का आकर बड़ा हो जायेगा) 

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अपने दोस्त के को WhatsApp अपने मोबाइल से कैसे कनेक्ट करे अपने दोस्त के मोबाइल मे उपस्थित WhatsApp aplication को अपने मोबाइल से कनेक्ट करने के लिए सबसे पहले अपने मोबाइल में क्रोम ब्राउज़र को ओपन करे फिर उसे डेस्क्टॉप मोड में  बदले।

ब्राउसर् को डेस्क्टॉप मोड मे बदलने के लिए ब्राउज़र पर दाहिने साइड मे ऊपर की ओर क्लिक करे अब Desktop लिखा हैं उसे क्लिक करें अब आपका ब्राउज़र desktop मोड मे बदल जायेगा फिर,,, 

🔹Kia EV6 Electric Vehicle

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WhatsApp-web
Browser ko desktop mode change karna

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ब्राउज़र मे WhatsApp web सर्च करे। फिर  व्हाट्स एप वेब का पेज ओपन करने पर आपको अपने मोबाइल स्क्रीन में QR कोड दिखाई देगा।

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WhatsApp web

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अब अपने दोस्त के मोबाइल मे इंस्टॉल व्हाट्सएप  एप्लिकेशन को ओपन कीजिये  और राइट ( दाहिने तरफ ) साइड मे उपर की ओर तीन बिंदु पर क्लिक कीजिये। 

अब व्हाट्सएप वेब लिखा है (WhatsApp web)  उस पर क्लिक कीजिये । अब स्कैनर ओपन हो जायेगा इससे अपने मोबाइल के ब्राउज़र मे जो व्हाट्सएप वेब का पेज ओपन किये है जिस पर QR कोड दिख रहा है उसे स्कैन कीजिये। 

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WhatsApp web
WhatsApp web

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WhatsApp web website
WhatsApp web

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अब आपके दोस्त के मोबाइल मे उपस्थित  व्हाट्सएप एप्लिकेशन आपके कंप्यूटर (Desktop) से कनेक्ट हो जायेगा। 

इसके बाद आप आपने दोस्त के मोबाइल मे उपस्थित व्हाट्स एप के सभी MSG और डॉक्यूमेंट और वीडियो, फोटोस को अपने पीसी ( कंप्यूटर डिवाइस) मे देख सकते हैं। और उन्हें अपने कंप्यूटर मे सेव भी कर सकते हैं।

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WhatsApp web
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whatsapp web kya hai

 WhatsApp web Kya hai

मोबाइल में उपस्थित WhatsApp aplication को आपके PC ( कंप्यूटर डिवाईस) से connect करता है। 


अपने PC या Whatsapp web को मोबाइल मे उपस्थित WhatsApp application से कैसे connect करे -

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➡ अपने दोस्त के whatsApp को अपने मोबाइल से कैसे कनेक्ट करे

➡ पिंक Whatsapp

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मोबाइल मे उपस्थित WhatsApp aplication को अपने पीसी ( कंप्यूटर डिवाईस )से कनेक्ट करने के लिए सबसे पहले अपने डेस्क्टॉप (कंप्यूटर के ब्राउज़र) मे व्हाट्स एप वेब सर्च करे। 

फिर  व्हाट्स एप वेब के पेज ओपन करने पर आपको अपने कंप्यूटर स्क्रीन में QR कोड दिखाई देगा। 

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WhatsApp web
WhatsApp web

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अब अपने मोबाइल मे इंस्टॉल व्हाट्स एप  एप्लिकेशन को ओपन कीजिये  और राइट ( दाहिने तरफ ) साइड मे उपर की ओर तीन बिंदु पर क्लिक कीजिये। 

अब व्हाट्सएप वेब लिखा है (WhatsApp web)  उस पर क्लिक कीजिये । अब स्कैनर ओपन हो जायेगा इससे अपने कंप्यूटर मे जो व्हाट्स एप वेब का पेज ओपन किये है जिस पर QR कोड दिख रहा है उसे स्कैन कीजिये। 

अब आपके मोबाइल मे उपस्थित  व्हाट्सएप एप्लिकेशन आपके कंप्यूटर (Desktop) से कनेक्ट हो जायेगा। 

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➡ Kia EV6 Electric Vehicle

➡ व्हात्सएप पर फुल DP कैसे लगाये

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व्हाट्सएप वेब उपयोग

इसके बाद आप आपने मोबाइल मे उपस्थित व्हाट्स एप के सभी MSG और डॉक्यूमेंट और वीडियो, फोटोस को अपने पीसी ( कंप्यूटर डिवाइस) मे देख सकते हैं। और उन्हें अपने कंप्यूटर मे सेव भी कर सकते हैं।

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WhatsApp web
WhatsApp web
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pink whatsapp

पिंक व्हाटसएप

Whatsapp Pink क्या है, यह कैसे काम करता है और इससे कैसे सुरक्षित रहें -
WhatsApp pinkएक नया वायरस है जिसेWhatsApp ग्रुप्स के माध्यम से फैलाया जा रहा है। यह खुद को एक एपीके फ़ाइल के रूप में प्रच्छन्न करता है जो पीड़ित के फोन पर गुलाबी रंग का व्हाट्सएप डाउनलोड और इंस्टॉल करने का वादा करता है।
Whatsapp pinkएक नया वायरस है जिसे व्हाट्सएप ग्रुप्स के माध्यम से फैलाया जा रहा है। यह खुद को एक एपीके फ़ाइल के रूप में प्रच्छन्न करता है जो पीड़ित के फोन पर गुलाबी रंग का व्हाट्सएप्प  डाउनलोड और इंस्टॉल करने का वादा करता है।

कईWhatsApp उपयोगकर्ताओं ने WhatsApp pink संदेश को देखने और आगे भेजने की सूचना दी है।
संदेश मानक ग्रीन वन के बजाय WhatsApp का गुलाबी संस्करण डाउनलोड करने का दावा करता है।
एक बार क्लिक करने पर, लिंक हैकर को पीड़ित डिवाइस का पूरा उपयोग दे सकता है।व्हाWhatsAppउपयोगकर्ताओं के बीच एक नया कंप्यूटर वायरस फैलाया जा रहा है जो संभावित रूप से अपने लक्षित उपकरणों पर पूर्ण डेटा हानि का कारण बन सकता है। वायरस को व्हाट्सएप पिंक नामक चैट एप के वैकल्पिक संस्करण के रूप में साझा किया जा रहा है।यह पहली बार नहीं है जब व्हाट्सएप का इस्तेमाल खतरों के कलाकारों द्वारा इस तरह की नापाक गतिविधियों के लिए किया जा रहा है। हालाँकि, यह नया मैलवेयर पीड़ित व्यक्ति को उसके उपकरण और उसमें मौजूद डेटा को पूरी तरह से खो सकता है।

मैलवेयर को हाल ही में एक साइबर सुरक्षा शोधकर्ता ने ट्विटर पर देखा और सार्वजनिक किया । विशेषज्ञ ने चेतावनी दी कि वायरस एक हैकर को एक फोन तक पूरी पहुंच दे सकता है, जिस पर वायरस खुद को स्थापित करता है।

खतरनाक कंप्यूटर वायरस मॉनिकर "व्हाट्सएप पिंक" के तहत फैलाया जा रहा है। यहां आपको इसके बारे में जानने की जरूरत है।

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WhatsApp-pink

प डाउनलोड और इंस्टॉल करने का वादा करता है।

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WhatsApp-pink


WhatsApp pink क्या है?

व्हाट्सएप पिंक अनिवार्य रूप से मैलवेयर या एक दुर्भावनापूर्ण कंप्यूटर प्रोग्राम है जो अपने लक्ष्य प्रणाली को हाईजैक करने का इरादा रखता है। वायरस को उसका नाम उर्फ ​​से मिलता है जिसके तहत यह व्हाट्सएप ग्रुपों पर फैलाया जा रहा है। वायरस युक्त सावधानीपूर्वक संदेश एक लिंक पर क्लिक करने पर उपयोगकर्ता को अपने फोन पर एक पिंक-थीम वाले व्हाट्सएप को स्थापित करने का वादा

नापाक संदेश में एपीके डाउनलोड का लिंक भी होता है। पिंक-थीम वाले व्हाट्सएप को डाउनलोड करने के लिए उपयोगकर्ताओं को लिंक पर क्लिक करने के लिए कहा जाता है। लिंक पर क्लिक करने वाले किसी भी उपयोगकर्ता को एपीके डाउनलोड पर पुनर्निर्देशित किया जाता है।

यह डाउनलोड की गई फ़ाइल भेष में छिपा असली वायरस है। चूंकि उपयोगकर्ता व्हाट्सएप पैकेज स्थापित करने के लिए उत्सुक हैं, इसलिए उन्हें यह महसूस नहीं होता है कि उन्हें वायरस डाउनलोड करने में धोखा दिया जा रहा है। इसलिए, वे आसानी से उन अनुमतियों को देते हैं जो पैकेज स्मार्टफोन पर मांगता है।

जैसा कि साइबर सिक्योरिटी एक्सपर्ट राजशेखर राजाहरिया अपने ट्वीट में बताते हैं, डाउनलोड किया गया वायरस तब डिवाइस पर पूरी तरह से पहुंच प्राप्त करता है, खतरे में पड़ने वाले अपराधियों द्वारा डेटा हानि या हाइजैक का जोखिम उठाता है।

व्हाट्सएप पिंक का शिकार होने से कैसे बचें?

आज तक, कई व्हाट्सएप उपयोगकर्ताओं ने अपने फोन पर इस तरह के लिंक को प्राप्त करने की सूचना दी है, जबकि कईयों ने इसके वास्तविक उद्देश्य को जाने बिना इसे आगे बढ़ाया है। ऐसी असत्यापित जानकारी को साझा करना व्हाट्सएप उपयोगकर्ताओं के सामने आने वाली समस्याओं का एक प्रमुख हिस्सा है।

थ्रेट एक्टर्स इसका फायदा उठाते हैं, क्योंकि वे जानते हैं कि व्हाट्सएप ग्रुप्स के जरिए ऐसी गलत सूचना आसानी से फैल जाती है। वे केवल एक दुर्भावनापूर्ण प्रारूप में अपने मैलवेयर या वायरस को प्रच्छन्न करते हैं, और लोग इसकी वास्तविक प्रकृति को जाने बिना इसे डाउनलोड या साझा करना शुरू कर देते हैं।


लेकिन जैसे-जैसे लोग अधिक से अधिक जागरूक होते हैं कि इस तरह के घोटाले कैसे काम करते हैं, उन्हें व्हाट्सएप पर साझा किए जाने वाले ऐसे किसी भी भ्रामक संदेश और लिंक की तलाश में होना चाहिए।


सबसे आसान और सबसे प्रभावी सुरक्षा युक्तियों में से एक आप इस समय का पालन कर सकते हैं जैसे कि किसी ऐसे असत्यापित या संदिग्ध लिंक पर क्लिक न करना। व्हाट्सएप से दूर रहने वाले किसी भी तीसरे पक्ष के लिंक को पूरी तरह से जांचा जाना चाहिए और स्रोत भरोसेमंद पाए जाने पर ही क्लिक किया जाना चाहिए।

WhatsApp उपयोगकर्ताओं को WhatsApp द्वारा आधिकारिक तौर पर रोल आउट किए गए अपडेट से चिपके रहने का भी सुझाव दिया गया है। ऐप के लिए ऐसे किसी भी कार्यक्रम या तीसरे पक्ष के संशोधन पूरे डिवाइस के लिए खतरनाक हो सकते हैं। उपयोगकर्ताओं को संपर्क से इस तरह के दुर्भावनापूर्ण संदेश की रिपोर्ट कर सकते हैं यदि वे एक प्रचलन में हैं।


अब तक, यह स्पष्ट नहीं है कि वायरस कैसे काम करता है और अगर कोई पीड़ित फोन इसके प्रभाव से उबार सकता है या नहीं। इसलिए, सबसे अच्छा है कि सुरक्षित रहें और लिंक पर क्लिक न करें, खासकर जब यह गुलाबी WhatsApp का वादा करता है।


Google lens kya hai

 Google Lens Hya  Hai

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Google lens, lens
Google lens

Google Lens vizan-aadhaarit kampyooting kshamataon ka ek samooh hai, jo yah samajh sakata hai ki aap kya dekh rahe hain aur paath kee pratilipi banaane ya anuvaad karane ke lie us jaanakaaree ka upayog kar sakan kaar kan paan kaar kan paan kar kan paan kan sakan sthaan ya menoo ka pata laga sakate hain, utpaadon kee khoj kar sakate hain, netraheen samaan chitr pa sakate hain aur le sakate hain. any upayogee kaary.

googal lens kahaan milega?

aap ise ple stor me download kar saktai hai

agar aapake paas endroyad fon hai to mumakin hai ki googal lens pahale se aapake fon mein pada ho. nahin hoga to ye googal ke men aip mein phit hoga.

Scan and  Translate text

 

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Google lens kya hai,google lens
Google Lens

Google lens kee madad se aap apane saamane likhe hue tekst ko doosaree bhaasha mein anuvaad bhee kar sakate hain. aisa karane ke do tareeke hain. pahala to ye ki aip kholie aur tekst ka foto le leejie. phir traansalet ka opshan chun leejie. doosara tareeka ye hai ki aip ke “traansalet” vaale hisse mein chale jaie. ab aapake saamane jo kuchh bhee likha hoga vo bina foto kheenche hee apane-aap anuvaad kiya hua aapako dikhega.

 

Identify  Plants,  animals and  See what's popular on menus

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Google lens,lens
Google Lens

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Google lens
Google lens
aap kisee retorent gae aur menyoo samajh nahin aa raha hai? to googal lens nikaalie, foto klik karie aur aapake saamane us dish ke foto aa jaenge. aap chaahen to use banaane ka tareeka bhee dekh sakate hain. saath hee aap kisee bhee Jaanvaar , Phool , Chidiya ya aitihaasik imaarat kee foto (imagai) googal lens mein daalakar usake baare mein jaanakaaree haasil kar sakate hain.

Step-by-step homework help 

googal lens mein stoodent ke lie ek badhiya pheechar hai.apane saamane kisee bhee savaal ka foto googal lens mein daalie aur ye usaka javaab aapako dhoondhakar de dega.

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Google lens,lens
Google lens

likha hua padhakar sunaana:   googal lens kholie aur aapake saamane jo kuchh bhee likha hai usake foto le leejie. ab aap chaahen to is likhe hue ko khud na padhakar googal googal lens ke speekar on karake likhe hue shabd ko sun sakate hain.

Lens aur sthaan

jab aap lens ko apane sthaan ka upayog karane dene ke lie sahamat hote hain, to yah us jaanakaaree ka upayog adhik sateek parinaam vaapas karane ke lie karata hai - udaaharan ke lie, sthaanon aur sthalon kee pahachaan karate samay. isalie yadi aap peris mein hain, to lens ko pata chalega ki yah sambhav hai ki aap duniya mein kaheen aur samaan dikhane vaalee sanrachana ke bajaay ephil tovar ko dekh rahe hon.

megapixel kya hota hai

 Megapixel Kya hota Hai

आइए सबसे पहले जानते हैं की pixels क्या हैं?

Megapixel,mp
Megapixel

कोई भी इमेज चाहे वह आपके पीसी की स्‍क्रीन पर हो या आपके फोटो के प्रिंट पर हो, वह पिक्सेल से बनी होती हैं। किसी भी इमेज का सबसे छोटे डॉट या एलिमेंट को pixels कहा जाता है।

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Megapixel

एक मेगापिक्सेल, जिसे अक्सर MP के रूप में जाना जाताहै, 1 मिलियन पिक्सल के बराबर होता है। मेगापिक्सेल की संख्या एक इमेज के रिज़ॉल्यूशन को निर्धारित करती है, और अधिक मेगापिक्सेल वाले डिजिटल इमेज में अधिक रिज़ॉल्यूशन होता है। डिजिटल फोटोग्राफ में एक हाई रिज़ॉल्यूशन निश्चित रूप से वांछनीय है, क्योंकि इसका मतलब है कि कैमरा इमेज बनाने के लिए अधिक पिक्सेल का उपयोग करता है, जिसे अधिक सटीकता के लिए अनुमति देनी चाहिए।

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Megapixel

मगापिक्सेल एक यूनिट है जो किसी कैमरे के रिज़ॉल्यूशन का वर्णन करता है या उस इमेज का वर्णन जिसे वह कैमरा उत्पादन करता है। यह एक मिलियन पिक्सल के बराबर है, और सबसे बेसिक एलिमेंट द्वारा दर्शाया गया है जिससे एक इमेज बनती है: एक साधारण डॉट। जितने अधिक पिक्सेल होते हैं, इमेज का उतना बड़ा रिज़ॉल्यूशन और अधिक बार आप पिक्सिलेशन या पिक्सेल के विस्तार के माध्यम से इमेज की गुणवत्ता को बर्बाद किए बिना ज़ूम कर सकते हैं। अधिक मेगापिक्सल होने का मतलब बड़े फ़ाइल साइज का होना भी है।

मेगापिक्सल के तकनीकी पहलू

एक डिजिटल कैमरे पर, इमेज सेंसर फोटोग्राफ को रिकॉर्ड करता है। एक इमेज सेंसर एक कंप्यूटर चिप है जो लेंस के माध्यम से ट्रैवल करने वाले लाइट की मात्रा को मापता है और चिप पर टकराता है।

                   इमेज सेंसर में छोटे रिसेप्टर्स होते हैं, जिन्हें पिक्सल कहा जाता है। इनमें से प्रत्येक रिसेप्टर्स लाइट की तीव्रता को दर्ज करते हुए, चिप को प्रभावित करने वाले लाइट को माप सकते हैं। एक इमेज सेंसर में लाखों रिसेप्टर्स होते हैं, और रिसेप्टर्स (या पिक्सेल) की संख्या निर्धारित करती है कि कैमरे कितने मेगापिक्सल रिकॉर्ड कर सकते हैं, जिसे रिज़ॉल्यूशन की मात्रा भी कहा जाता है।

_____________________________________________Common Prints and Preferred MP

4×6 – 2.1MP


5×7 – 3.1MP


8×10 – 7.2 MP

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एक मेगापिक्सेल 1 मिलियन पिक्सल है। पिक्सेल छोटे स्क्वायर होते हैं जिन्हें आपकी तस्वीरों को बनाने के लिए एक puzzle या mosaic के टुकड़ों की तरह एक साथ रखा जाता है। आपकी इमेज का resolution बड़े हिस्से में निर्धारित किया जाएगा कि इनमें से कितने छोटे स्क्वायर एक साथ एक छोटी सी जगह में पैक किए गए हैं।

                                             8-मेगापिक्सल कैमरा (8MP) में हर एक इंच में लगभग आठ मिलियन छोटे स्क्वायर होंगे, जबकि 1.5 मेगापिक्सल (1.5MP) पर एक कैमरा फोन में एक इंच में केवल डेढ़ लाख स्क्वायर इंच की जानकारी होगी।MP सेटिंग बदलना

                                      अधिकांश डिजिटल कैमरे आपको किसी विशेष फोटो में दर्ज किए गए मेगापिक्सेल की संख्या को बदलने का विकल्प देते हैं। इसलिए यदि कैमरा का अधिकतम रिज़ॉल्यूशन 20MP है, तो आप उन इमेजेज को रिकॉर्ड करने में सक्षम हो सकते हैं जो 12MP, 8MP, 6MP और 0.3MP हैं।

                   हालांकि यह आमतौर पर कम मेगापिक्सेल के साथ फ़ोटो रिकॉर्ड करने की अनुशंसा नहीं की जाती है, लेकिन अगर आप एक डिजिटल फोटो सुनिश्चित करना चाहते हैं, जिसमें सीमित मात्रा में स्‍टोरेज स्‍पेस की आवश्यकता होगी, तो आप कम मेगापिक्सेल सेटिंग में, बड़ी संख्या में मेगापिक्सेल या रिकॉर्डिंग के साथ शूट करेंगे। बड़े रिज़ॉल्यूशन के लिए अधिक स्‍टोरेज स्‍पेस की आवश्यकता होती है।

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Megapixel kya hota hai

Twitter

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बताते चलें कि मौजूदा समय में किसी Twitter यूजर को अपना अकाउंट एक्सेस करने के लिए सिर्फ एक पासवर्ड की जरूरत होती है. 

दि वर्ज की रिपोर्ट के मुताबिक अब आपको अपना Twitter अकाउंट एक्सेस करने के लिए दो पासवर्ड यूज करने होंगे. कंपनी ने 2FA Method को अमल में लाने का फैसला कर लिया है.

जानकारी के अनुसार Twitter एक्सेस करने के लिए मौजूदा पासवर्ड के अलावा एक पास कोड (Pass Code) भी दिया जाएगा. ये कोड आपके मोबाइल फोन या फिर ईमेल में भेजा जाएगा. बिना इस कोड को डाले आप Twitter अकाउंट एक्सेस नहीं कर पाएंगे.

बताते चलें कि कंपनी ने पिछले साल दिसंबर में ही घोषणा की थी कि बहुत जल्द यूजर्स को अकाउंट एक्सेस करने के लिए  2FA Method यूज करना होगा.

Twitter प्रवक्ता का कहना है कि नए 2FA Method को लागू करने के लिए कोई समय सीमा तय नहीं है. लेकिन इसे बहुत जल्द लागू करने की तैयारी है.